बिरमावल में श्री विमलनाथ राजेंद्रसूरि जैन मंदिर दो करोड़ में तैयार होगा। मंदिर का आधा काम हो चुका है। डेढ़ साल में मंदिर तैयार हो जाएगा। मकराना से आ रहे सफेद मार्बल से मंदिर का निर्माण हो रहा है।
मंदिर का निर्माण 85 बाय 120 वर्गफीट में हो रहा है। राजस्थान के मकराना के 26 कारीगर यहां मार्बल पर नक्कासी कर मंदिर निर्माण कर रहे हैं। मंदिर में अभी तक मार्बल के 5 ट्राॅले लग चुके हैं। मुनिराज चंद्रयश विजयजी की प्रेरणा से बनने वाले जिनालय का मुनिराज वैराग्ययश विजयजी ने अवलोकन किया था।
25 परिवार निवास करते हैं गांव में-ट्रस्ट अध्यक्ष प्रकाश पीपाड़ा, सचिव श्रेणिक पीपाड़ा, श्रेणिक श्रीमाल, अर्पित सोनी, धर्मचंद पीपाड़ा ने बताया पूर्व में 100 से अधिक जैन परिवार रहते थे। व्यवसाय के चलते सभी बड़े शहरों में चले गए हैं। यहां केवल 25 परिवार निवास कर रहे हैं।
इस तरह निर्माण हो रहा है मंदिर।
घर में विराजित थी प्रतिमा
यहां स्थित एक मकान में चंद्रप्रभु स्वामी की प्रतिमा विराजित थी। 65 साल पहले नवनिर्मित मंदिर बनाकर 250 साल पुरानी चंद्रप्रभु स्वामी की प्रतिमा के साथ मूल भगवान विमलनाथ व महावीर स्वामी की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की थी। मंदिर पुराना होने से जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इन प्रतिमाओं को मेहमान के रूप में दूसरे स्थान पर विराजित किया है। मंदिर निर्माण होने पर पुन: प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा होगी।
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