राजस्थान - कासं - सवाईमाधोपुर
राजनगर कॉलोनी स्थित शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर का शनिवार को 27 वां स्थापना दिवस धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न मांगलिक कार्य हुए। सकल दिगंबर जैन समाज के प्रवक्ता प्रवीण कुमार जैन ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ पर भगवान शांतिनाथ के अभिषेक एवं विश्व की सुख समृद्वि व शांति की मंगलकामना के साथ की गई शांतिधारा के साथ हुआ। इसके बाद गुरू के पूजन के साथ विशेष रूप से भगवान शांतिनाथ का अष्ट द्रव्यों से पूजन कर उनकी महिमा का गुणगान किया।
पूजा आराधना के साथ शांतिविधान मण्डल का भक्ति पूर्वक पूजन कर इन्द्र-इन्द्राणियों ने मंडल पर 120 अर्ध्य समर्पित किए। विधान पूजन से पूर्व मण्डल पर मंगल कलशों एवं मंगल दीप की विधिवत स्थापना की गई।
श्रद्धालु़ओं ने भजनों का सामूहिक स्वर दिए तो उपस्थित इन्द्र-इन्द्राणियों ने भाव-विभोर होकर प्रभु भक्ति में झूम झूम कर भगवान शांतिनाथ को रिझाया। महाअर्ध्य समर्पण, शांतिपाठ एवं विसर्जन विधि के साथ पूजन सम्पन्न हुआ। पूजन के उपरांत जिनेन्द्र देवकी मंगल आरती उतारी गई और जिनेन्द्र देव से आमजन की खुशहाली की कामना की गई। अन्त में मन्दिर प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष दिनेश चन्द जैन श्रीमाल ने मन्दिर स्थापना दिवस की सभी को बधाई देते हुए आभार प्रकट किया। इस मौके पर जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।
भक्तामर स्त्रोत प्रशिक्षण शिविर में संस्कृत भाषा का बताया महत्व
चौथ का बरवाड़ा| दिगंबर जैन मंदिर में भक्तामर स्त्रोत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जैन मुनि आचार्य सुकुमालनंदी जी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्कृति है। भक्तामर स्त्रोत संस्कृत का प्राचीनतम काव्य है। आजकल लोग संस्कृत भाषा की उपेक्षा कर रहे है, लेकिन संस्कृत का महत्व कम नहीं है। भारत देश गंगा, गाय व गीता का देश है। यहां भाषा का भी सम्मान होता है। धार्मिक गुरू व ग्रंथों का सम्मान भी भारत देश का सम्मान है। उन्होंने कहा कि यदि भारत को विश्व गुरू बनाना है तो प्रत्येक नागरिक को भारतीय संस्कृति का सम्मान करना जरूरी है।
सुब्रत नाथ का शांति विधान मंडल संपन्न
भगवतगढ़| दिगंबर जैन मंदिर में अखिल भारतवर्षीय एकता मंच के तत्वाधान में शनि अमावस्या पर मुनि सुब्रत नाथ भगवान का शांति विधानमंडल आयोजित किया गया। एकता मंच के संरक्षक राजेंद्र प्रसाद जैन ने बताया कि शांति विधान मंडल कार्यक्रम की शुरुआत मुनि सुब्रत नाथ भगवान के अभिषेक से हुई।
छोटा जैन मंदिर में शांति विधान पूजन सम्पन्न
बौंली| श्री दिगंबर छोटा जैन मंदिर में भागचंद नेमीचंद जैन अनोपड़ा द्वारा शांति विधान पूजन का आयोजन किया गया। श्रद्धालु विमल कुमार जैन ने बताया कि जैन धर्मावलंबियों ने मंदिर में शांति विधान पूजन किया।
बौंली| कस्बे के छोटा जैन मंदिर में शांति विधान पूजन करते श्रद्धालु।
चौथ का बरवाड़ा| भक्तामर स्त्रोत प्रशिक्षण शिविर में भाग लेते प्रतिभागी।
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