दीक्षा के बाद पहली बार गृह नगर पहुंची साध्वी प्रशमनिधि, जैन समाज की महिलाओं ने मंगलगीत गाकर किया स्व
- Jain News Views
- Jul 9, 2019
- 2 min read

दुर्ग. 11 साल पहले संयम का मार्ग अपनाकर साध्वी बनीं शहर की लाडली प्रशमनिधि दीक्षा के बाद सोमवार को पहली बार अपने गृह नगर पहुंचीं। इस दौरान सकल जैन समाज के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। साध्वी वृद्ध के नगर प्रवेश पर मनोहर महिला मंडल और शांति विजय महिला मंडल ने स्वागत गीत और भजन गाकर स्वागत किया। साध्वी प्रशमनिधि अपनी गुरू प्रज्ञाश्री व साथ साध्वी वृंद के साथ श्री सुधर्म औषधशाला बांधा तालाब गंजपारा में चातुर्मास करेंगी।
सकल समाज ने निकाली शोभायात्रा आचार्य सुरीश्वर महाराज की शिष्या प्रज्ञाश्री की अगुवाई में साध्वी वृंद का सुबह 8 बजे नगर प्रवेश हुआ। नगर प्रवेश के साथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ की अगुवाई में जैन हाइट्स ऋषभ नगर से साध्वी वृद्ध की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सकल जैन समाज के लोग शामिल हुए। डीजे की धून और महिलाओं के भजन के साथ शोभायात्रा शहर भर से गुजरी।
रंगोली सजाकर शोभायात्रा का स्वागत चातुर्मास के लिए साध्वियों को नगर प्रवेश के बाद सुबह 8 बजे जैनम हाईट्स ऋषभ नगर से शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान महिलाओं ने जगह-जगह रंगोली सजाकर साध्वियों का स्वागत किया। शोभायात्रा जैनम हाईट्स से प्रारंभ होकर महावीर कालोनी, कलक्टोरेट के पीछे से होते हुए, बिजली आफिस पटेल चौक, जवाहर चौक, गांधी चौक, शनिचरी बाजार होकर बांधा तालाब में सभा के रूप में समाप्त हुई।
बैंगलोर-सूरत से भी स्वागत में पहुंचे भक्त श्री श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष कांतीलाल बोथरा ने बताया कि नगर प्रवेश पर साध्वियों के स्वागत के लिए बैंगलोर और सूरत से भी भक्त पहुंचे। इसके अलावा जावरा, भरतपुर, जबलपुर, अष्टपद, रामगंज मंडी, अहिवारा, बालोद, राजनांदगांव, रायपुर, धमतरी, राजिम, महासमुंद, रायपुर व कवर्धा के भी भक्त साध्वियों के स्वागत के लिए पहुंचे और प्रवचन का लाभ लिया।
शोभायात्रा में ये भी रहे शामिल शोभायात्रा में जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के कांतीलाल बोथरा, ओसवाल पंचायत के प्रवीण श्रीश्रीमाल, किशोर कोठारी, साधी मार्गी संघ के गौतम बोथरी, श्रमण संघ परिवार के निर्मल बाफना, उत्तम काकरिया, पदम बरडिय़ा, अमृत लोढ़ा शामिल हुए। शोभायात्रा के बाद साध्वी वृंद का श्री सुधर्म औषधशाला बांधा तालाब गंजपारा में प्रवचन भी हुआ।
Comments