शिवपुरी.
जिले के कोलारस विधानसभा क्षेत्र में पिछले कुछ समय से बदमाशों का आतंक व्याप्त है। बदरवास क्षेत्र में घरों की दीवार तोडकऱ लाखों के माल पर हाथ साफ करने वाले बदमाशों का अभी पता भी नहीं चल सका कि गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात बदमाशों ने हाइवे स्थित अतिशय जैन मंदिर सेसई सडक़ को निशाना बना डाला। बदमाश यहां पर मौजूद महिला पुजारी के साथ मारपीट कर दो मूर्तियों सहित लाखों के जेवरात लेकर भाग गए। महत्वपूर्ण बात यह है कि पुलिस के आने से महज 15 मिनिट पूर्व ही बदमाश अपना काम कर गए। पुलिस ने इस डकैती के मामले में महज चोरी का प्रकरण दर्ज कर मामले को चलता कर दिया।
जानकारी के मुताबिक मंदिर के पुजारी प्रेमचंद जैन (81)व उनकी पत्नी विमला देवी (77) ने बताया कि बीती रात करीब 12 बजे चार अज्ञात बदमाश मंदिर के अंदर पीछे की दीवार फांदकर घुस आए। लाठियोंं से लैस यह बदमाश चड्डी-बनियान पहने हुए थे। दीवार फांदने से हुई आवाज सुनकर विमला देवी की नींद खुल गई, तो बदमाशों ने विमला के साथ मारपीट की और फिर पति-पत्नी को एक कोने में बिठा दिया। इसके बाद बदमाशों ने पूरे इत्मिनान से पहले मंदिर के अंदर रखी भगवान शांतिनाथ व आदिनाथ की 9-9 इंच की दो मूर्तियों को अपने कब्जे में लिया। इसके बाद मंदिर की 5 गुल्लकों को तोडकऱ उनमें रखे करीब 30 हजार रुपए, चांदी का छत्र, कलश समेट लिया। इसके अलावा बदमाशों ने विमला देवी के कमरे में अलमारी में रखे सोने-चांदी के डेढ़ लाख कीमत के आभूषण, 5700 रुपए नकद, 8 लाख रुपए की एफडी (जो उनके पति प्रेमचंद के नाम थी,) सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि 4 बदमाश मंदिर के अंदर थे, जबकि 3 बाहर खड़े हुए थे। घटना के बाद जब बदमाश चले गए तो मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। डायल 100 सहित एसडीओपी अमरनाथ वर्मा, कोलारस टीआई सुरेन्द्र सिंह सिकरवार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंंचे तथा घटनास्थल का मुआयना किया। बाद में एसपी विवेक अग्रवाल व एएसपी गजेन्द्र कंवर सहित स्निफर डॉग तथा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने भी घटनास्थल की पड़ताल की और पीडि़तों से बदमाशों के हुलिए के बारे में पूछताछ की। बताते हैं कि बदमाशों में अधिकांश युवा थे और उनकी भाषा राजस्थानी जैसी थी। पीडि़त वृद्धा विमला देवी ने बताया कि बदमाशों ने उनके साथ व उनके पति प्रेमचंद के साथ मारपीट की और कमरे में बिठा दिया। बदमाश बार-बार मारने की धमकी दे रहे थे। बदमाशों ने मंदिर में सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए और डीवीआर सिस्टम भी साथ ले गए। बदमाश हाथों में हथियार लिए थे।
दो बदमाशों को किया बंद, मारपीट कर छुड़ाया मंदिर में डकैती डालने आए बदमाशों की संख्या 7 थी, जिसमें से 4 अंदर आ गए थे तथा तीन बाहर खड़े होकर पहरेदारी कर रहे थे। अंदर घुसे बदमाशों ने दो-दो की संख्या में कमरों की तलाशी शुरू कर दी। जब बदमाश वारदात को अंजाम दे रहे थे, तो पुजारी दंपती ने एक कमरे में घुसे दो बदमाशों को बाहर से कुंडी लगाकर बंद कर दिया। लेकिन जब उन्होंने अंदर से आवाज लगाई तो उनके दूसरे साथी वहां आ गए और वृद्ध दंपती की मारपीट कर अपने साथियों को छुड़ा ले गए तथा दंपती को कमरे में बंद कर गए।
2014 में हो चुकी है चोरी की घटना मंदिर के पुजारी प्रेमचंद जैन ने बताया कि इस मंदिर में वर्ष 2014 में भी चोरी की घटना हुई थी, जिसमें चोर भगवान शांतिनाथ की मूर्ति व अन्य सामान ले गए थे। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर दो माह बाद चोरी गई मूर्तियों को बरामद कर लिया था। उस समय चोरी की घटना मंदिर में रंगाई-पुताई का काम कर रहे मजदूरों में से किसी ने की थी। अभी जो मूर्तिया चोरी गई है उनमें से एक मूर्ति तो 2017 में तथा एक वर्ष 2000 में मंदिर के अंदर रखी गई थी।
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