रतलाम
मुमुक्षु लवली बोथरा ने कहा जब मैंने चातुर्मास काल में आचार्य रामलालजी के दर्शन रतलाम में किए। उनका उत्कृष्ट संयम देखकर मेरे अंदर वैराग्य की भावना जागृत हुई और मेरा आज्ञा-पत्र आचार्यश्री के चरणों में समर्पित किया। रतलाम मेरी वैराग्य भूमि है।
श्री साधुमार्गी जैन श्री संघ रतलाम द्वारा आयोजित बहुमान समारोह में हावड़ा की मुमुक्षु लवली बोथरा की दीक्षा 3 अक्टूबर को जोधपुर में संभावित है। महेंद्र गादिया ने बताया श्री साधुमार्गी संघ रतलाम ने अतिथि भवन में बहुमान समारोह किया।
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