सारंगपुर. अपने माता, पिता और मोह माया को छोड़कर साध्वी जीवन में प्रवेश करने वाली 21 वर्षीय चैताली पारख 23 मई को बदनावर में दीक्षा लेेने जा रही हैं। 16 मई को सुबह 8.30 बजे समाज के लोगों द्वारा वरघोड़ा निकाला जाएगा। चैताली पारख का 23 मई को बदनावर में पांच दिवसीय दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
पट्टधर आचार्यश्री जिनरत्नसागर सूरीश्वरजी की निश्रा में सारंगपुर की मुमुक्षु चेताली पारख सांसारिक जीवन का त्याग कर साधु जीवन अंगीकार कर संयम पथ पर आरूढ़ होगी।
एक हजार किमी की पैदल यात्रा कर चुकी हैं : हमेशा पढ़ाई में अव्वल रहने वाली चेताली बीए सेकंड ईयर भी अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण कर चुकी हैं। 25 जुलाई से 23 नवंबर 18 तक पूरे चार माह तक नगर में दो साध्वियों के चोमासा में प्रवचन चले। उनके प्रवचनों से प्रेरित होकर दीक्षा लेने का संकल्प लिया। चैताली साध्वियों के साथ अब तक करीब एक हजार किमी की पैदल यात्रा कर चुकी हैं।
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