
तमिलनाड़ु कोयंबटूर सेलम.
तेरापंथ धर्म संघ के प्रमुख आचार्य महाश्रमण ने सोमवार को कहा कि जन्म नियति है। मानव जीवन में हमें संयम की साधना की करनी चाहिए।
आचार्य का 58 वां जन्मोत्सव सोमवार को प्रवास स्थल वरलक्ष्मी महल में मनाया गया। इस मौके पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आचार्य ने कहा कि दुर्लभ मानव जीवन को पूर्ण सजगता से जीना चाहिए। जीवन में धर्म सेवा करनी चाहिए। जब तक शरीर की सक्षमता है और इंद्रियों में हमारा वश है तब तक संयम की साधना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आहार व वाणी का संयम व्यक्ति को विशिष्ट बनाती है। आचार्य ने अपने जन्मदिन पर सभी को नवकार मंत्र जपने की प्रेरणा दी।
58 दंपतियों ने किया संकल्प
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्या मंदिर स्कूल एसोसिएयशन के अध्यक्ष डॉ कृष्ण चेट्टी थे। सभा अध्यक्ष विजय सिंह डूंगरवाल ने सेलम में जन्मदिवस मनाने का अवसर देने के लिए आचार्य का आभार जताया। कार्यक्रम के दौरान ५८ दंपतियों ने एक साल तक दस-दस संकल्प कर आचार्य के चरणों में त्याग की भेंट दी। आचार्य के संसार पक्षीय ज्ञाती दुगड़ परिवार के सुजानमल दुगड़, प्राची बोथरा, बेंगलूरु चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मूलचंद नाहर और केवलचंद बोहरा ने विचार व्यक्त किए।
इससे पूर्व श्रावक-श्राविकाओं ने प्रात: थाली व शंख ध्वनि के साथ वातावरण गुंजायमान कर दिया। मुनि महावीर कुमार व अन्य संतों ने आचार्य का अभिनंदन कर बधाई दी। साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा व अन्य साध्वीवृंद ने भी आचार्य के दर्शन कर उनका अभिनंदन किया। आचार्य के संसार पक्षीय ज्ञाति दुगड़ परिवार के सदस्यों सहित तेरापंथी संघ सदस्यों व पदाधिकारियों ने आचार्य को मंगल कामनाएं दीं। ज्ञानशाला के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, ब्लॉक्स से बनाई गई आचार्य की तस्वीर और युवा मंडल का लघु संवाद आकर्षण का केन्द्र रहा। आचार्य की अहिंसा यात्रा पर भी लघुनाटिका की प्रस्तुति फ्यूरेक संस्था के सदस्यों ने दी। तमिलनाडु अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य गौतम सेठिया ने भी आचार्य को बधाई दी।
मुनि-साध्वी वृंद ने दी बधाई साध्वी प्रमिला कुमारी, सुमित प्रभा, आस्था प्रभा, साध्वी प्रज्ञाश्री, कार्तिकयशा, चैतन्य प्रभा,चरितार्थ प्रभा,सुषमा कुमारी, ऋद्धि प्रभा ने आचार्य को भाव अभिव्यक्ति दी। मुनि शुभम, विनम्र कुमार, मुनि वर्धमान, मृदु कुमार, अनेकांत कुमार, शुभकंर, हितेन्द्र, अनुशासन कुमार, कोमल व चेतन कुमार ने आचार्य का अभिनंदन करते हुए बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार ने किया।
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