जैन समाज की पहल: जरूरतमंदों को पढ़ाई से लेकर रहने तक का दे रहे खर्च
- Jain News Views
- Jul 6, 2019
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इंदौर : समाज के जरूरतमंद होनहार विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा मिल सके और वे अपना अच्छा करियर बना सकें। इसके लिए समाजजन कई वर्षों से काम कर रहे हैं। समाजजन ऐसे विद्यार्थियों का विभिन्न कोर्स में जहां निशुल्क एडमिशन कराते हैं, वहीं महंगे कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप की व्यवस्था भी करते हैं।
यहां बात हो रही है अखिल भारतीय श्रीजैन श्वेतांबर महासंघ की है। इसके प्रचार प्रमुख योगेंद्र सांड और कार्याध्यक्ष भंवरलाल कांसवा ने बताया कि जैन समाज के जरूरतमंद विद्यार्थियों की कुछ वर्षों से लगातार मदद की जा रही है। इसके तहत समाज के जरूरतमंद व होनहार छात्रों का कॉलेजों में एडमिशन कराया जाता है, ताकि वे अपना भविष्य बना सकें। इसके लिए आवेदन मंगाए जाते हैं। उस आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। इसके साथ ही जिन परिवार की सालाना इनकम 8 लाख से कम है। ऐसे परिवार के छात्रों को महत्व दिया जाता है।
समाज के कॉलेजों में कराते हैं एडमिशन, दूसरे कॉलेजों में पढ़ने वालों को देते हैं स्कॉलरशिप
2017-18 की बात की जाए तो 15 से ज्यादा विद्यार्थियों का कॉलेजों में एडमिशन कराया जा चुका है। ये विद्यार्थी तीन साल तक यहां नि:शुल्क पढ़ाई कर सकेंगे। इन विद्यार्थियों के कॉलेज फॉर्म से लेकर उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च संस्था के सदस्य उठाते हैं, वहीं 2019-20 की बात की जाए तो अब तक 15 विद्यार्थियों का एडमिशन जैन समाज के कॉलेजों में कराया जा चुका है। इस वर्ष महासंघ का लक्ष्य 40 विद्यार्थियों का है। इसमें उन विद्यार्थियों को भी स्कॉलरशिप दी जाती है, जो अन्य कॉलेजों में पढ़ रहे हैं।
इन कोर्स में कराते हैं एडमिशन
योगेंद्र सांड के मुताबिक, छात्रों को एलएलबी, एलएलएम, बीबीए, बीकॉम, एमबीए, इंजीनियरिंग के कोर्स में एडमिशन दिलाया जाता है। इनमें से कुछ कोर्स की फीस एक लाख से ज्यादा है। जिन विद्यार्थियों को अन्य कोर्स करना होता है, उन्हें फीस में रियायत दिलाई जाती है या फिर उन्हें स्कॉलरशिप दी जाती है, ताकि वे कोर्स पूरा कर सकें और आगे बढ़ सकें।
बाहरी छात्रों को भी सहायता
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